ज्योतिष शास्त्र : स्वास्तिक का भारतीय संस्कृति में विशेष महत्व होता है. गेट के ऊपर सिंदूर से यदि स्वास्तिक का चिन्ह बनाया जाए तो यह बहुत ही मंगल माना जाता है. स्वास्तिक का निसान कम से कम 9 इंच लम्बा और 9 इंच चौड़ा होता है . साथ ही साथ ऐसा करने से आपके घर में शुभ समृद्धि और सौभाग्य बना रहता है और रोग शोक में कमी आती है.
घर के मुख्य दरवाजे पर इन 6 चीजों को रखकर तो देखिए, कितने होंगे फायदे
यदि आपके घर के सभी प्रकार के वास्तु दोष से निपटारा पाना है तो आप घर के में गेट पर एक और केले का वृक्ष और दूसरी और तुलसी का पौधा गमले में लगा दीजिए. ऐसा करने से घर में किसी भी प्रकार का वास्तु दोष से मुक्ति मिल जाएगी और घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश होगा. यदि आपको प्लाट खरीदे बहुत दिन हो गए हैं. और उस प्लाट पर अभी तक मकान नहीं बन पा रहा है तो उसे प्लाट पर आप अनार का पौधा नक्षत्र में लगा दे इससे आपका मकान जल्दी ही तैयार हो जाएगा.
बिना तोड़फोड़ इन उपायों से भी कर सकते हैं घर का वास्तु शास्त्र दोष दूर
घर में कभी भी टूटी हुई खाट या फिर टूटे हुए बर्तन का उपयोग नहीं करना चाहिए.टूटे हुए बर्तन में खाना देने से अभी घर में बरकत नहीं होती. और वास्तु दोष भी उत्पन्न होता है. इससे धन की हानि भी देखने को मिलती है.
रसोई घर को घर की सुख समृद्धि के लिए बहुत ही खास माना गया है. यदि रसोई घर गलत स्थान पर बनाई गई है तो उसके आग्नेय कोण में बल्ब लगा दे. और यह बल्ब जरूर जलाएं इससे वास्तु दोष दूर होता है और घर में सुख शांति बनी रहेगी.
द्वार दोष को यदि दूर करना है तो इसके लिए शंख, सीप, समुंद्री झाग, कोड़ी ,लाल कपड़े में या मौली में बांधकर दरवाजे पर लटका दे ऐसा करने से नकारात्मक ऊर्जा घर में प्रवेश नहीं करती और सकारात्मक ऊर्जा बनी रहती है.
हर रोज एक दीपक अपने घर के मंदिर में घी का जलाए और शंख की ध्वनि तीन बार सुबह और शाम के समय करने से घर की नकारात्मक ऊर्जा घर से बाहर निकल जाती है. ईश्वर का आशीर्वाद बना रहता है.