नई दिल्ली. आपने 100 में 99 लोगों को यही कहते सुना होगा कि पैसे कमाने और अमीर बनने के लिए बहुत कड़ी मेहनत की जरूरत होती है. सुबह जल्दी उठो और 18-18 घंटे काम करो, तभी आप जीवन में सफल बन पाओगे. लेकिन, इस मिथक को तोड़ दिया है मुंबई निवासी 20 साल के अमन गोयल ने. अमन आज मुंबई स्थित ग्रेलैब्स एआई (GreyLabs AI) के को-फाउंडर और सीईओ हैं. अमन ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करके कहा है कि न तो उन्होंने कभी किताबें पढ़ीं और न ही जल्दी उठकर कड़ी मेहनत की. फिर भी आज करोड़पति हैं.
अमन ने सोशल मीडिया पर लिखा, ‘मैं सुबह 5 बजे नहीं उठता हूं और न ही ठंडे पानी से नहाता हूं. मैं किताबें भी नहीं पढ़ता. मैं ऐसी कोई भी आदर्श आदतों को फॉलो नहीं करता हूं, जो लोग करोड़पति या अमीर बनने के लिए जरूरी बताते हैं. फिर भी मैं 20 साल की उम्र में करोड़पति हूं.’ अमन गोयल ने उन सभी दावों को खारिज कर दिया जो सोशल मीडिया इंफ्लूएंशर्स किसी व्यक्ति को वित्तीय रूप से सफल होने के लिए दावे करते हैं.
आसान नहीं थी अमन की सफलता
अमन आज भले ही करोड़ों की कंपनी के मालिक हैं, लेकिन उनकी सफलता भी आसान नहीं रही. उनकी लिंक्डिन प्रोफाइल के मुताबिक, अमन ने आईआईटी बॉम्बे से साल 2017 में कंप्यूटर साइंस में इंजीनियरिंग की डिग्री ली थी. डिग्री बाद उन्होंने Cogno AI की स्थापना की. इस स्टार्टअप को बाद में एक्सोटल (Exotel) ने खरीद लिया. फिर अमन ने GreyLabs AI बनाया, जो एआई सॉल्यूशंस कंपनी है.
क्या है अमन का रूटीन वर्क
अमन ने सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा, ‘मैं ज्यादातर दिनों में सुबह 8.30 से 9 बजे के आसपास सोकर उठता हूं. मुझे तो याद भी नहीं कि पिछली बार कब मैंने किताबें पढ़ी थी. इसके बजाय मैं सोशल मीडिया और पॉडकास्ट जैसे जल्दी वाली माध्यम से सीखने की कोशिश करता हूं.’ उन्होंने कहा कि किसी इंफ्ल्यूएंशर्स की नकल करने के बजाय खुद की जरूरतों के हिसाब से अपना प्लान बनाना चाहिए
क्या बताया सफलता का राज
अमन गोयल ने सफल होने और अमीर बनने के लिए बस 3 फॉर्मूला बताया. उन्होंने कहा कि किसी की नकल करने के बजाय आप बस 3 बातों पर फोकस रखिए, कोई भी बिजनेस सफल हो जाएगा. पहला कि आपको ऐसी चीज बनानी है जिसकी कीमत हो और लोगों को जरूरत हो. इसे अपने कस्टमर को बेच दीजिए और इसी प्रक्रिया को तब तक दोहराते चलें, जब तक आप करोड़पति न बन जाएं. इससे कोई फर्क नहीं पड़ा कि आप 12 बजे सोकर उठते हैं या किताब पढ़ते हैं.